तारको को रात चाहे भूल जाये,
रात को लेकिन न तारे भूलते हैं,
दे भुला सरिता किनारों को भले ही,
पर न सरिता को किनारे भूलते हैं,
आँसुओ से तर बिछड़ने की घड़ी में ,
एक ही अनुरोध तुमसे कर रहा हूँ,
हास पर संदेह कर लेना भले ही,
आंसुओ की धार पर विश्वास रखना ,
प्राण ! मेरे प्यार पर विश्वास रखना।
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